भारत एक ऐसा देश है जो लगातार तरक्की की तरफ अपना मुंह मोड़ रखा है, पिछले कुछ समय से भारत लगातार तरक्की के उस रास्ते पर है जो लगातार सफलता की ओर चल रहा है, भारत फिर से एक बार दुनिया पर अपना राज करने जा रहा है, आपको बता दें भारत जल्द ही chandrayaan-3 को लॉन्च करने वाला है, 14 जुलाई 2023 को 2:35 पर chandrayaan-3 लांच होने जा रहा है, आपको आपकी जानकारी के लिए बता दें भारत का यह तीसरा चंद्रयान मिशन है इससे पहले भारत के 2 मिशन काफी हद तक तरक्की की कगार पर रहे हैं, और उन्होंने भारत को काफी अच्छी कामयाबी भी दिलाई है, 2019 में भारत ने chandrayaan-2 लॉन्च किया था और अब भारत जल्द ही chandrayaan-3 भी लांच करने जा रहा है।
600 करोड़ की लागत से chandrayaan-3 को किया गया है तैयार
भारत एक ऐसा देश बन चुका है जो कम लागत में chandrayaan-2 और chandrayaan-3 को लॉन्च करने में सफल होने वाला है, chandrayaan-2 को लॉन्च करने में भारत ने लगभग 500 करोड़ के बजट की हिस्सेदारी ली थी और अभी हाल ही में chandrayaan-3 को भारत के जाने-माने साइंटिस्ट ने 600 करोड़ की लागत में ही तैयार करके इसे लांच करने का फैसला कर लिया है,निवेश का एक मुख्य हिस्सा चंद्रयान 3 के मॉडल के लिए है, यह मॉडल एक रोवर और लैंडर को चंद्रमा की सतह पर ले जाएगा, वैज्ञानिकों ने चंद्रयान 3 के निर्माण में अपना 100 प्रतिशत दिया है, वैज्ञानिकों की कोशिश है कि पिछली दुर्घटना दोहराई न जाए, इस बार हर कोई मिशन के बारे में बहुत आश्वस्त है।
chandrayaan-3 से भारत करेगा दुनिया पर अपना कब्जा,
14 जुलाई 2023 को chandrayaan-3 लांच होने जा रहा है यह 2:35 के लगभग लांच कर दिया जाएगा, इसमें लगभग 600 करोड से ज्यादा का खर्चा आया है लेकिन आपको आपकी जानकारी के लिए बता दें, chandrayaan-3 को 600 करोड़ की लागत में तैयार करना और किसी भी देश के बस की बात नहीं है, chandrayaan-3 जल्द ही अपनी उस तरीके और भारत को एक अलग ही कामयाबी की ओर ले जाने वाला है, वैसे आपको आपकी जानकारी के लिए बता दें chandrayaan-3 को अगर आज लांच किया जाएगा तो इसकी सफलता लगभग 1 महीने के बाद देखने को मिलेगी 1 महीने के बाद chandrayaan-3 कहां पहुंचने वाला है, और किस तरीके से अपना रुतबा दिखाने वाला है यह तो 1 महीने बाद ही पता चलेगा लेकिन इन्हीं सभी के बीच आपको बता दें, chandrayaan-3 जो कि भारत का तीसरा चंद्रयान है इससे पहले भारत ने दो चंद्रयान लॉन्च कर दिए हैं, जिसकी भी भारत को एक अच्छी सफलता मिली है।