फिल्म जगत से बेहद बुरी खबर सामने आई है. दिग्गज अभिनेता सतीश कौशिक अब नहीं रहे. इस बात की पुष्टि खुद अनुपम खेर ने की है. सतीश कौशिक का गुरुवार तड़के निधन हो गया.उन्होंने 67 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया. इस खबर से बॉलीबुड ही नहीं फिल्म पसंद आम लोगों में भी काफी दुख है. क्योंकि उन्हें हर उम्र वर्ग के लोग काफी पसंद करते थे,सतीश कौशिक के करीबी दोस्त अनुपम खेर ने अपने दोस्त को श्रद्धांजलि ही है. उन्होंने निधन की पुष्टि करते हुए ट्वीट किया, जिसमें लिखा ‘जानता हूं मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है! पर ये बात मैं जीते जी कभी अपने जिगरी दोस्त सतीश कौशिक के बारे में लिखूंगा, ये मैंने सपने में भी नहीं सोचा था. 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक पूर्णविराम । सतीश, तुम्हारे बिना जिंदगी फिर कभी पहले जैसी नहीं रहेगी।ओम् शांति!’
बेटे की मौत से टूटे, 56 में फिर बने पिता
बॉलीवुड के शानदार एक्टर और डायरेक्टर सतीश कौशिक अब हमारे बीच में नहीं रहे. दो दिन पहले होली खेलने वाले अभिनेता अचानक खामोश हो गए.सतीश कौशिक की ये तस्वीरें अब जमकर वायरल हो रही हैं, क्योंकि किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है कि जो शख्स कुछ घंटों पहले होली मना रहा था वो अब हमारे बीच नहीं है.अपने अभिनय से लोगों को गुदगुदाने के बाद सिनेमा का एक जाना माना चेहरा एक वक्त पर टूट गया था. शादी के कुछ समय बाद ही उन पर दुख का पहाड़ टूट गया था. सबको हंसाने वाले सतीश की निजी जिंदगी में मातम सा छा गया था. उनके बेटे ने 2 साल की उम्र में ही दुनिया छोड़ दी थी. फिर शादी के 16 साल बाद 56 की उम्र में सतीश कौशिक के घर में एक बार फिर से खुशियां लौटीं और उनकी बेटी वंशिका का जन्म हुआ. यहां से सतीश के जीवन में खुशियं लौट आई थी.
ऐसा था मनोरंजन की दुनिया तक का सफर
बॉलीवुड के मशहूर एक्टर और डायरेक्टर सतीश कौशक का 67 साल की उम्र में निधन हो गया है. सतीश कौशिक के जिगरी दोस्त और बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने उनके निधन की जानकारी फैंस को दी और इस खबर के बाद अभिनेता के फैंस और सेलेब्स शोक में डूब गए हैं.सतीश का जन्म 1956 में हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई दिल्ली से पूरी की. इसके बाद उन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज में दाखिला लिया जहां से उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा किया. इसके बाद उनके अभिनय का सफर शुरू होता है. उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) में एडमिशन ले लिया और पढ़ाई पूरी करने के बाद मुंबई के लिए निकल पड़े. 1983 में बॉलीवुड में कदम रखने के बाद वो अपनी आखिरी सांस तक लोगों को हंसाते रहे.